सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज को कैसे समझे | How to Understand Body Language of Other Person

इंसान की बॉडी लैंग्वेज (Body Language) यानी की उसकी शारीरिक भाषा! उसके बारे में बहुत ही अच्छी बातें बता जाती हैं जिनको वह इंसान कभी भूल नहीं सकता। अगर आपको सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज को समझना आ गया… 

तो आपको पता होगा कि कौन आपको सच बोल रहा है? कौन झूठ बता रहा है? कौन दोस्ती करना चाह रहा है? या फिर कौन पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहा है? या दिल का हाल छुपा रहा है

तो दोस्तों इस पोस्ट में दिये गए बॉडी लैंग्वेज या शारीरिक भाषा के रहस्यों को जानने के बाद आप दूसरों के को पढ़ पाएंगे और आप दूसरों की फीलिंग, दूसरों के स्वभाव, दूसरों के व्यवहार, दूसरों के मन में क्या चल रहा है

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वह हमेशा जान पाओगे. कुल मिलाकर सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज को कैसे समझे? इसके बारे में बात करेंगे। चलिये शुरू करते हैं- 

सबसे पहला लक्षण बॉडी लैंग्वेज समझने का हमारी मुस्कराहट-

एक मुस्कुराहट इंसान के राज खोल देती है, जो कही ना जाए वो बात बोल देती है। कोई आपकी बातों को सुनकर सच में खुश है या सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। यह भी जानना बहुत आसान है। किसी को आपकी बात सुनकर सच में हंसी आ रही है

तो उनकी आंखों के पास सिलवटें (Crinkle) पड़ेंगी यानी की आंखों के किनारों पर स्किन में थोड़ी सिलवटें दिखाई दें तो ज्ञानी जन इसका मतलब बताते है कि उस इंसान को आपकी बातें सुनकर सच में अच्छा लगा, वह सही मायने में खुश है। 

वहीं अगर उनकी मुस्कुराहट थोड़ी फीकी सी है या ऐसी है जिसमें उनकी आंखों के आस-पास कुछ सिलवटें (Crinkle) नहीं बन रहे तो इसका मतलब है उन्हें आपकी बातों में कोई खास ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। 

वह थोड़े खुश हैं लेकिन थोड़ा दिखावा भी कर रहे हैं कि उनको आपकी बात अच्छी लगी। क्या आपको पता है कि आप किसी की मुस्कुराने के समय से भी पता लगा सकते हैं कि सामने वाले को आपकी बातें सुनकर अच्छा लगा या नहीं

एक रिसर्च के अनुसार अगर कोई आपकी बात सुनने के बाद उनके चेहरे पर 6 से 7 सेकंड से ज्यादा मुस्कान रहती है तो इसका मतलब यह है कि वह आपकी बात से खुश है, संतुष्ट है। 

और वहीं अगर इस मुस्कुराहट की समय सीमा 3 से 6 सेकंड तक है तो इसका मतलब उन्हें कुछ खास खुशी नहीं हुई पर थोड़ा खुश होने का दिखावा कर रहे हैं। 

लेकिन अगर मुस्कुराहट की समय सीमा 3 से 6 सेकंड से भी कम है यानी कि मुश्किल से 1 से 2 सेकेंड की है तो इसका मतलब उनके/सामने वाले के मन में कोई उदासी है या वे आपकी बातों से खुश नहीं हैं या आपसे गुस्सा हैं।” 

आपको बताना चाहूंगा कियह 02 सेकंड की मुस्कान कई बार सच में बड़ी खतरनाक होती है। 

हमारे होंठ

प्रेम से बात करते हुए उसके होंठों की तरफ देखकर आप समझ सकते हो कि उसके मन में क्या चल रहा है। अगर आपसे बात करते समय सामने वाले ने अपने होंठ अंदर की तरफ बंद किए हुए हों तो आप समझ सकते हैं कि वह आपकी कही बात से इत्तेफ़ाक नहीं रखते या आपकी बात उन्हें सही नहीं लग रही हो या आपकी बात से सहमत न हों. 

अगर कोई बार-बार अपने होंठों को काट या बाइट कर रहा हो तो आप समझते कि वह इस वक्त बहुत ही परेशान है, किसी बात से तनाव ग्रस्त हैं या उन्हें कोई चिंता सता रही है। 

अगर कोई बार-बार अपने मुंह पर हाथ रख रहा हो या अपने हाथों से मुंह और होंठ को छुपा रहा है तो इसका मतलब है की वह अपने इमोशंस या भावना छुपाना चाहता है। वह नहीं चाहता है कि आप उनकी भावनाओं को पढ़ लें, उनके दिल या मन का हाल जान लें। 

आंखें सब राज खोल देती है

सबसे पहले चर्चा करते हैं शारीरिक तथ्यों में से आंखों की। बहुत कोशिश की अपनी भावनाओं को छुपाने की पर क्या पता था? कि आंखें सब राज खोल देती है। दोस्तों दूसरों की आंखों की पुतलियां, पलकें, आई-बॉलस हमें बता देती है कि उनके मन में क्या चल रहा है?तभी तो कहते हैं, आंखें दिल का आईना होती है। 

दूसरे की आंखों से यह समझ सकते हैं आंखों की पुतलियां भी सामने वाले के मन की बात कह जाती है। अगर आप से बात करते समय पर अगले की आंखों की पुतलियां फैली हुई है तो इसका मतलब है कि वह आपसे या आप पर मोहित है और आपको पसंद करता है, आपका साथ चाहता है. 

लेकिन हर बार ऐसा हो यह जरूरी नहीं। कई बार आस-पास की रोशनी के कारण भी होता है. जब लाइट या रोशनी ज्यादा होती है तो वह आंखों को चुभती है। उसकी वजह से भी पुतलिया फैल जाती हैं तो थोड़ा संभल कर, ऐसा ना हो कि ज्यादा लाइट के चक्कर में आपकी दोस्ती खराब हो जाए. 

कई बार इंसान की आई-बॉलस यानी पुतलियाँ भी इतना कुछ कह जाती हैं जितना कि वो इंसान खुद भी न कह सकता। जब आप किसी से बात कर रहे हो तो उसके आई-बॉलस अगर बायीं ओर ऊपर की तरफ हों तो समझ लो, वो किसी बात को याद करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने ब्रेन, अपनी मेमोरी पर जोर डाल रहे हैं. 

वहीं अगर उनके आई-बॉलस दाहिनी ओर ऊपर की तरफ हों तो समझ लें कि वह कल्पना कर रहे हैं, सोच रहे हैं, इमेजिन कर रहे हैं, कुछ बना (Create) कर रहे हैं या हो सकता हो की झूठ ही बना रहे हों यानी की जो चीज है ही नहीं उसको बनाने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन मेरे दोस्त झूठ को पकड़ा जा सकता है। 

आँख से संपर्क (Eye Contact) की बात करें तो जब कोई आपकी आंखों में देखते हुए आप से बातें कर रहा हो तो इसका मतलब यह है कि वह आपकी बातों में, आपको सुनने में रुचि ले रहे हैं। आपसे बातें करने में खुशी महसूस करते हैं। 

वहीं अगर कोई बहुत ज्यादा देर तक आपको बस देखे ही जा रहा है जिसे नॉर्मल लैंग्वेज में घूरना कहते हैं। अगर कोई ऐसा कर रहा है तो इसका मतलब है कि वह आप से परेशान है, आपसे गुस्सा है, आपसे खफा है .. 

और अगर कोई आपकी बातें सुनते-सुनते आप से नजरें नहीं मिला रहा है तो इसका मतलब है कि वह या तो आपसे असहज (Uncomfortable) है या फिर उसे आपकी बातों में कोई रुचि नहीं है। 

ऐसे में खुद से ही समझदारी दिखाते हुए चुप हो जाएं या फिर पूरा टॉपिक बदल कर किसी ऐसे टॉपिक या विषय पर बात करें जिसमें वह सहज (Comfortable) हो और रुचि भी ले. दोस्तों सिर्फ आंखें ही नहीं बल्कि पलकें भी सामने वाले के मन की बात को उजागर कर देती हैं।

अगर किसी की पलकें नॉर्मल झपक रही हों तब तो ठीक है लेकिन अगर पलकें बहुत तेजी से लगातार झपक रही हों तो आप समझ सकते हो कि सामने वाला ठीक नहीं है। उसको कोई तनाव है. 

लेकिन अगर कोई अपनी पलकें जानबूझकर बिल्कुल कम झपकाने की कोशिश कर रहा है कि उसकी पलकें ज्यादा न झपकें तो इसका मतलब है, वह कोशिश कर रहा है। आपसे अपनी फीलिंग और इमोशंस को छुपाने की। 

शायद आपने गौर किया होगा की शतरंज के खिलाड़ी अपनी पलकें कम से कम झपकाते हैं ताकि सामने वाला जो खिलाड़ी है वह उनकी आंखों को पढ़कर उनके मन में चल रही बातों को समझ ना पाए. 

हाथों के इशारे-

बात करते हैं हाथों की, बहुत बार लोग बात करते हुए अपने हाथों से आपको ऐसे सिग्नल दे जाते हैं कि आप उनके बारे में जान सकते हैं। हाथों के इशारे क्या सिग्नल देते हैं? 

अगर सामने वाले ने बात करते वक्त अपने हाथों की मुट्ठी बहुत टाइट बंद कर रखी है तो इसका मतलब है कि वह अभी बहुत गुस्सा है या परेशान है और अपने गुस्से को या परेशानी पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। 

यदि कोई अपने हाथों को मोड़ या फोल्ड कर लेता है तो इसका मतलब वह अभी सुरक्षित या डिफेंसिव मोड में है यानी कि खुद को बचाए रखना चाहते। वो अपने में ही सीमित रहना चाहते हैं। संक्षिप्त में कहें तो मुड़े हांथों का मतलब है की वह आपसे बहुत ज्यादा खुलना नहीं चाहते। आप से बहुत ज्यादा बातें नहीं करना चाहते। वह अपने आप में ही व्यस्त रहना चाहते हैं। सुरक्षित रहना चाहते हैं. 

यदि कोई बात करते वक्त अपनी उंगलियां बार-बार टेबल पर बजा रहा है तो इसका मतलब है कि वह किसी बात से बहुत फ्रेस्टेड है, दुखी है या फिर वह आपकी बात से बहुत बोर हो रहा है और अगर कोई अपने दोनों हाथ पीछे रखकर आपसे बात कर रहा है

तो इसका मतलब यह है कि वह आपसे बातें करने में उबाऊ महसूस कर रहा है या फिर गुस्से में बात कर रहा है और वहीं कोई विद्यार्थी या कर्मचारी अपने हाथ पीछे की तरफ कर बात करता है तो वह अपने से बड़ों की रिस्पेक्ट जाहिर कर रहा है। वह बोर नहीं हो रहा है और गुस्सा नहीं हो रहा। 

हमारी टांग/लेग्स-

हमारी टांगे चलने-फिरने, नाचने के काम आती हैं और तो और किसी को मारने के काम भी आती हैं पर अगर इनकी भाषा समझ ली जाए तो ये बहुत काम आती है. एक इंसान के बैठने पर उसकी टांगें या लेग्स किस तरफ झुके या मुड़े हैं उससे भी सामने वाले के बारे में बहुत कुछ पता चलता है। 

किसी पार्टी, उत्सव, फंक्शन में या किसी सोशल गैदरिंग समारोहों में अगर किसी के पांव एक दूसरे से मिलकर विशेष कोण वी V आकृति (Shape) बनाते हैं या उनका टखने (Ankle) अंदर की तरफ मुड़े होने का मतलब है कि वह इंसान लोगों को अपनी तरफ खींचना चाहताहै। 

वह चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उसके करीब आए उससे जुड़े। अगर किसी इंसान के पांव सीधे (Straight) हों यानी मुड़े न हों तो इसका मतलब वो संतुष्ट (Satisfied) है। उसको किसी के साथ जुड़ने में या अलग होने में कुछ खास फर्क नहीं पड़ रहा है। उसको किसी तरह का तनाव (Tension) नहीं चाहिए। 

वहीं अगर किसी के पांव एक दूसरे से मिलकर A आकृति (Shape) रहे हों तो इसका मतलब वह इंसान काफी अंतर्मुखी (Introverted) है और वह आरक्षित स्वभाव (Reserved Nature) का है। वह नहीं चाहता कि लोग उससे मिले या जुड़े ऐसे लोगों में आत्मविश्वास कम होता है।

यही इनकी पहचान है। बात करते वक्त अगर सामने वाला अपने पांव खोल कर बैठा है तो इसका मतलब है और वर्चस्ववादी स्वभाव (Dominating Nature)का है। उसको अपनी चलाना पसंद है। वह चाहता है कि चीजे उसके हिसाब से चले। वह किसी भी परिस्थिति में इंचार्ज बनना चाहता है। 

ऐसे ही अगर कोई अपनी एक टांग दूसरी टांग के ऊपर रख कर बैठा है और उनके दोनों पांव नीचे की तरफ है तो इसका मतलब है कि वह इंसान थोड़ा मंद स्वभाव यानी कि closed nature का है, शर्माता है थोड़ा असहज है। 

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लेकिन अगर एक टांग दूसरी टांग के ऊपर है और 90 डिग्री का कोण बन रहा है तो यह कॉन्फिडेंस की पहचान है वह इंसान आत्मविश्वासी (कॉन्फिडेंट) है। 

घनिष्ठ संबंध (Close Relation)-

आपसे बात करने वक्त कोई आपसे कितनी दूर खड़ा है, उससे तय होता है कि वह आपके लिए क्या महसूस करता है। आपको क्या अहमियत देता है। अगर कोई 06 से 18 इंच की दूरी पर खड़ा होकर आप से बातें कर रहा है, 

तो इसका मतलब है कि उनका आपसे बहुत ही घनिष्ठ संबंध (Close Relation) है और वह आपके साथ काफी सुखी और खुश महसूस करते हैं। यह वह दूरी है जो गले मिलते वक्त या एक दूसरे को टच करने वक्त होती है। 

वहीं यह दूरी अगर डेढ़ फीट से चार फीट के बीच की हो तो इसका मतलब यह होगा कि वह आपके साथ बातें करने में सहज तो हैं पर उस वक्त में घनिष्ठता (Intimacy) वाली फीलिंग नहीं है। ऐसा साधारणतः फैमिली मेंबर्स और दोस्तों के बीच में होता है। मतलब केवल वो दोस्त तो हैं पर दिलदार नहीं हैं। 

और अगर कोई आपसे 04 फीट से 12 फीट की दूरी पर है और आपसे बात कर रहा है या आपको देखकर मुस्कुरा रहा है तो इसे समझ लें कि वह आपसे सिर्फ जान-पहचान तक ही सीमित रहना चाहते। आप से प्रगाढ़ दोस्ती (Close friendship) या घनिष्ठ संबंध की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। 

बालों के साथ खेलना-

जब हाथ बालों के साथ होते हैं तो इसका क्या मतलब होता है? अगर कोई बार-बार अपने बालों से खेल रहा है या खेल रही है और अपने बालों को अपने चेहरे से दूर लेकर जा रहा या रही है बार-बार तो इसका मतलब है ... वह अपने खुले विचारों (Open Minded) से या यह भी हो सकता है कि वह आपसे मजे (flirt) करने की कोशिश कर रहा या रही है। 

लेकिन अगर किसी ने एक हाथ से अपने बालों को पकड़ कर रखा है और दूसरे हाथ से बालों को संवार रहे या रही हैं तो इसका मतलब है कि वो बहुत ही ज्यादा बेचैन (Nervous) या परेशान हैं। वो किसी तरह से परिस्थितियों से दूर जाना चाहते हैं थोड़ा घबरा रहे या रही हैं।

हमारी छाती/चेस्ट-

एक इंसान की छाती या चेस्ट भी उसके मूड, उसके झुकाव को, उसकी प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है। अगर किसी समारोह, शादी या बर्थडे में किसी से बात करते वक्त किसी इंसान की छाती या चेस्ट बाहर की तरफ है। वो बाहर की तरफ पॉइंट करके खड़ा है

तो इसका मतलब है कि वह उस मीटिंग/सभा में या उस जगह रहने में उसकी रुचि नहीं है या फिर जो बात कही जा रही है, उससे इत्तेफ़ाक (Coincidence) नहीं रखता। कहीं ना कहीं वह असहमति दिखाने की कोशिश कर रहा है उस मीटिंग/सभा से या फिर उस इंसान से जिससे वह बात कर रहा है।

वहीं 3 या 3 से ज्यादा लोग खड़े होकर बात कर रहें हैं तो सामने वाला जिसकी तरफ छाती या चेस्ट करके खड़ा है (दूसरों की बात पर भी ध्यान दे रहा है) लेकिन अगर जिस एक इंसान की तरफ छाती या चेस्ट करके खड़ा है तो इसका मतलब वह इंसान उसकी तरफ आकर्षित है या उस इंसान को ज्यादा सुनना या सुनाना चाहता है। 

बात करते वक्त अगर छाती या चेस्ट आगे की तरफ हो तो इसका मतलब कि उस इंसान को आप पर विश्वास है। वह आपके प्रति समर्पित और साफ दिल का है।

हमारा चलने का अंदाज-

एक इंसान अपने खड़े होने पर अपने चलने के अंदाज से अपने बारे में बहुत कुछ कह जाता है, बस पढ़ना आना चाहिए। जो लोग आत्मविश्वास से लबरेज (Confident) होते हैंजिन्हें खुद पर और खुद की काबिलियत और हुनर पर भरोसा होता है। वह जब चलते हैं तो उनके कंधे बिल्कुल सीधे होते हैं। वो अपने कंधे हमेशा चौड़े रखते हुए चलते हैं। 

वह जब चलते हैं तो उनकी चाल में एक अलग अंदाज़, एक अलग ऊर्जा होती है। जिसको हम आत्मविश्वास का आसन (Confidence Posture) कहते हैं। वहीं जिनके कंधे चलते वक्त नीचे की तरफ झुके होते हैं 

उनमें आत्मविश्वास की कमी या Under Confident होता है। उन्हे खुद पर भरोसा नहीं होता और उनमें ऊर्जा या जोश कम होता है। हाँ अगर किसी बीमारी या उम्र के कारण कंधे झुके हैं तो उसकी बात अलग है, खुद का विश्लेषण मत कीजिए।

इशारों की नकल करना-

जब आप किसी से बात कर रहे हों तो उसकी शरीर की हरकतों या हलचलों (Body Movement) पर जरूर गौर करिए। अगर सामने वाला इंसान आपके द्वारा की गई हरकतों या हलचलों की नकल करता है।  आपके हांथों के इशारों की नकल करता है या आपके बोलने के अंदाज की नकल करता है,

और तो और आपके चलने-फिरने, खाने-पीने की भी नकल करता है तो इसका मतलब है कि वह आपसे आकर्षित है। उसका दिमाग आपको पसंद कर रहा है, आपको फॉलो कर रहा है। लेकिन वहीं अगर इसका उल्टा हो रहा है तो वह आपकी तरफ कोई खास आकर्षित नहीं है। दोस्त हो सकते हैं पर उस तरह से आपको पसंद नहीं करते। 

अंत में-

उम्मीद करता हूँ कि आपको इस लेख के माध्यम से सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज (Body Language) को समझने में थोड़ी बहुत जानकारी अवश्य मिली होगी। article पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में share जरूर करें और अगर कोई त्रुटि रह गयी हो तो comment box में लिखें…  अभी तक के लिए इतना ही….

धन्यवाद! 

जय हिन्द! जय भारत!

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